Uttrakhand बादल फटने की घटना: चारधाम यात्रा पर 24 घंटे का प्रतिबंध हटा, बरकोट-यमुनोत्री मार्ग बहाल
Uttrakhand के उत्तरकाशी जिले में सैलाबंध क्षेत्र के पास भूस्खलन के बाद सात मजदूर अब भी लापता हैं। उनकी तलाश में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें लगातार सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के जवान मौके पर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, भारी बारिश के कारण रविवार को चारधाम यात्रा पर 24 घंटे का अस्थायी प्रतिबंध लगाया गया था, जिसे सोमवार (30 जून 2025) को हटा लिया गया है। गढ़वाल मंडलायुक्त विनय शंकर पांडे ने एएनआई से बातचीत में बताया, “चारधाम यात्रा पर लगाया गया 24 घंटे का प्रतिबंध हटा दिया गया है।”
उन्होंने यह भी बताया कि यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सभी जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि मौसम की स्थिति को देखते हुए जरूरत पड़ने पर वाहनों को रोकने की तैयारी रखें।
यह निर्णय उस घटना के बाद आया है जब भारी बारिश के अलर्ट के चलते चारधाम यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद बरकोट क्षेत्र के पास बादल फटने की घटना हुई, जिससे भारी भूस्खलन हुआ। इस हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य अब भी लापता हैं।
इस बीच, चंबा कस्बे में भी सोमवार को भारी बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 29 जून को भूस्खलन से प्रभावित बरकोट-यमुनोत्री मार्ग की मरम्मत कर उसे यातायात के लिए सुचारु कर दिया गया था।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने एएनआई को बताया कि सैलाबंध से पहले बादल फटने के कारण जो सड़क धंसी थी, उसकी मरम्मत कर दी गई है और मार्ग को सुचारु कर दिया गया है। अन्य प्रभावित हिस्सों की मरम्मत का कार्य तेजी से जारी है।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि क्षेत्र में 33 केवी बिजली लाइन की आपूर्ति बहाल कर दी गई है, जबकि 11 केवी लाइन की मरम्मत का कार्य प्रगति पर है।
जिलाधिकारी ने बताया कि सात मजदूर अब भी लापता हैं, जिनकी खोज के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें लगातार अभियान चला रही हैं। पुलिस के अनुसार, यह भूस्खलन और बादल फटने की घटना सिलाई बैंड के पास, यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से लगभग चार किलोमीटर आगे हुई थी।
रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और लोक निर्माण विभाग की टीमें भी सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं।
मौके से दो मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं, जिनकी पहचान 43 वर्षीय केवल बिष्ट, निवासी कर्ममोनी, राजापुर जिला, नेपाल और 55 वर्षीय दुजेलाल, निवासी पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।